लाएँ खान-पान में सुधार
-डॉ. इकबाल मोदी
एसिडिटी की समस्या आज एक आम बात हो गई है। इसका कारण गलत खान-पान, प्रदूषण, धूम्रपान, शराब का सेवन और चाय, कॉफी व कैफीनयुक्त पदार्थों का अधिक प्रयोग है। एसिडिटी होने पर पाचन विकार उत्पन्न हो जाते हैं, भोजन ठीक से नहीं पचता। इसके कारण घबराहट होती है, खट्टी डकारें आती हैं और गले में जलन-सी भी महसूस होती है।
-डॉ. इकबाल मोदी
एसिडिटी की समस्या आज एक आम बात हो गई है। इसका कारण गलत खान-पान, प्रदूषण, धूम्रपान, शराब का सेवन और चाय, कॉफी व कैफीनयुक्त पदार्थों का अधिक प्रयोग है। एसिडिटी होने पर पाचन विकार उत्पन्न हो जाते हैं, भोजन ठीक से नहीं पचता। इसके कारण घबराहट होती है, खट्टी डकारें आती हैं और गले में जलन-सी भी महसूस होती है।
एसिडिटी से बचाव के लिए सबसे जरूरी है खान-पान में सुधार। आजकल समयाभाव के चलते जल्दी में बिना चबाए भोजन निगल जाने के कारण पाचन क्रिया सही ढंग से नहीं हो पाती, इसलिए भोजन हमेशा चबा-चबाकर खाना चाहिए, ताकि वह अच्छी तरह से लार में मिल जाए। यही नहीं, भोजन भूख से थोड़ा कम खाना चाहिए।
आजकल अधिकांश लोगों को बाहर के खाने का शौक हो गया है और वे बाजार में मिर्च-मसाले व अधिक वसायुक्त भोजन करते हैं।
ऐसा भोजन भी एसिडिटी पैदा करता है। खाना खाने के बाद अगर आप टहलें तो खाना पच जाता है। रोजाना 8-10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। समयानुसार भोजन करें। असमय किया गया भोजन भी एसिडिटी उत्पन्न करता है।
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